धनबाद : बाघमारा के केशरगढ़ा में चाल धंसने से हुई मौत की घटना को लगभग 48 घण्टे बाद 6 बजकर 10 मिनट में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ।सांसद सी पी चौधरी ने पुलिस को अवगत कराया था कि कई मजदूरों का शव अब भी नीचे दबे हुए हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन और कार्रवाई का भरोसा मिलने के बाद सांसद सीपी चौधरी बुधवार को थाने से वापस गए। उसके बाद मौके पर एनडीआरएफ की टीम, सीआईएसएफ, स्थानीय पुलिस एवं बीसीसीएल के अधिकारियों की मौजूदगी के बाद भी बुधवार को रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू नहीं हो पाया। जिसके कारण पीड़ितों के परिजन एवं आम लोग निराश हो गए। वही पत्रकार भी मौके पर रेस्क्यू शुरू होने का इंतजार करते रह गए।
गुरुवार को सुबह से शाम तक चलता रहा ड्रामा, देर शाम शुरू हुई कार्रवाई
गुरुवार को भी सीआईएसएफ, कई थानों की पुलिस, बीसीसीएल के अधिकारी एवं एनडीआरएफ की टीमें एक दूसरे का मुँह ताकती रही, लेकिन देर शाम तक कोई भी कार्रवाई नही हो सकी। एनडीआरएफ की टीम का कहना था कि उन्हें घटनास्थल नही मिल रहा है। हालांकि देर शाम को डेस्क का कार्य शुरू किया गया।
पत्रकारों पर भड़के बाघमारा सीओ, कहा मुझे नही है स्पॉट की जानकारी
पूछे जाने पर कि एनडीआरएफ की टीम का कहना है कि जिला प्रशासन के द्वारा कोई भी सपोर्ट नहीं मिल रहा है जिसके कारण एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू नहीं कर पा रही है इस पर क्या कहना चाहेंगे। इतना सुनते ही बाघमारा सीओ बाल किशोर महतो पत्रकारों पर भड़कते हुए कहा कि आपको स्पॉट की जानकारी है तो आप बताइए। उन्होंने कहा कि घटना में कितनी सच्चाई है यह जांच के बाद पता चलेगा। वहीं सांसद सीपी चौधरी ने घटनास्थल का मुआयना करने के बाद पुलिस को घटनास्थल के बारे में भी बताया था तथा मामले की लिखित शिकायत भी की थी।
बता दे कि अंचल अधिकारी टास्क फोर्स के अधिकारी होते हैं। जिनका कार्य क्षेत्र में चल रहे अवैध खनन एवं अवैध कारोबार पर लगाम लगाना है। अवैध खनन स्थल की जानकारी मिलने पर उसका जांच पड़ताल कर रिपोर्ट तैयार करना है। अवैध कारोबार कर रहे कारोबारी पर कार्रवाई करने की भी जिम्मेदारी टास्क फोर्स के अधिकारी पर होती है। उसके बावजूद भी एक टास्क फोर्स के अधिकारी के रूप में इस प्रकार का बयान कितना उचित है यह जिम्मेदार अधिकारी ही बता सकते हैं।
बाघमारा सीओ, एनडीआरएफ, सीआईएसएफ, एवं पुलिस के बीच वार्ता के बाद शुरू हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन
मामले को लेकर बरोरा गेस्ट हाउस में बाघमारा सीओ बाल किशोर महतो, बरोरा थाना प्रभारी साधन कुमार, कतरास थाना प्रभारी असित कुमार सिंह, बाघमारा थाना प्रभारी अजीत कुमार, एनडीआरएफ के अधिकारी एवं सीआईएसएफ इंस्पेक्टर के बीच लंबी बैठक चली। बैठक के बाद देर शाम लगभग 6 बजकर 10 मिनट में रेस्क्यू का कार्य शुरू किया गया। खबर लिखे जाने तक टीम को कोई सफलता हाथ नही लग पाया है।