पलामू: क्षेत्र में साइबर अपराध से जुड़ी बड़ी कार्रवाई के बाद भी ठगों की नई चालें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। पलामू पुलिस जहाँ हाल ही में एक बड़े ऑनलाइन गेमिंग रैकेट का खुलासा कर चुकी है, वहीं अब “XPO” नामक एक और संदिग्ध ऐप के जरिए इन्वेस्टमेंट का खेल तेजी से फैलने का आरोप सामने आया है।
इन्वेस्टर्स का दावा—10 हजार से 10 लाख तक का निवेश, साप्ताहिक भुगतान कई हफ्तों से बंद
स्वतंत्र आवाज़ से कई इन्वेस्टर्स ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि XPO ऐप उन्हें हर हफ्ते निश्चित मुनाफे का लालच देकर निवेश करवाता था। इनका दावा है कि ऐप के जरिए उन्होंने 10,000 रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक तक का निवेश किया है, लेकिन पिछले कई हफ्तों से भुगतान बंद है।
कंपनी को शिकायत भेजने के लिए जो “टिकट” इन्वेस्टर्स द्वारा रेज किए जा रहे हैं, उनका भी कथित तौर पर कोई जवाब नहीं मिल रहा है।
पलामू–गढ़वा में नेटवर्क संभालने का आरोप
इन्वेस्टर्स द्वारा दिए गए इनपुट के अनुसार, XPO ऐप का नेटवर्क देश के कई राज्यों में सक्रिय है। आरोप है कि पलामू प्रमंडल में इस नेटवर्क की कमान गढ़वा जिले के मेराल निवासी बीरेंद्र साव संभाल रहे हैं, जो एक नर्सिंग कॉलेज के संचालक भी बताए जाते हैं और पूर्व में विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं।
बीरेंद्र साव के इस नेटवर्क में उनके रिश्तेदार इंजीनियर सुरेश कुमार के सहयोग की भी बात सामने आई है।
बताया जा रहा है कि “XPO बिलेनियर्स क्लब” नाम से एक व्हाट्सएप ग्रुप संचालित किया जाता है, जिसमें सैकड़ों इन्वेस्टर्स जुड़े हुए हैं।
बीरेंद्र साव से संपर्क नहीं, व्हाट्सएप संदेश में दी सफाई
स्वतंत्र आवाज़ ने इस मामले पर उनका पक्ष जानने के लिए बीरेंद्र साव से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी।
उन्होंने कथित तौर पर व्हाट्सएप ग्रुप में संदेश भेजकर बताया है कि वे बेटी की शादी के सिलसिले में झारखंड से बाहर हैं, इसलिए बातचीत नहीं हो पा रही है।
इन्वेस्टर्स में बढ़ी बेचैनी, पुलिस को मिली शिकायत
निवेशकों की बढ़ती परेशानियों को देखते हुए यह मामला पुलिस के संज्ञान में आ चुका है। अब जांच में ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि XPO बिलेनियर्स क्लब वास्तव में निवेश प्लेटफॉर्म है या किसी बड़े साइबर फर्जीवाड़े की नई कड़ी।
