धनबाद:झरिया के लिए 27 अगस्त का दिन बहुत ही खास है। इस दिन बहुचर्चित पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड मामले में फैसला आने वाला है। जैसे-जैसे समय पास आ रहा है सिंह मेंशन व रघुकुल समर्थकों के बीच गहमागहमी बढ़ते जा रहा है।दोनों पक्ष अदालत के फैसले को लेकर उत्सुक है। राजनीतिक गलियारों में भी चर्चा तेज हो गई है। कोर्ट का फैसला धनबाद ही नहीं बल्कि पूरे झारखंड की राजनीति को प्रभावित कर सकता है। अब दोनों समर्थकों की निगाहें अदालत पर टिकी है कि न्यायालय का फैसला किस और करवट लेता है।झरिया के कतरास मोड़ के दो छोर पर दोनों घरानों का कार्यालय है। सुबह से ही दोनों के समर्थकों की भीड़ कतरास मोड़ में जुटेगी। जिसको लेकर सुरक्षा के मद्देनजर अतिरिक्त पुलिस बल की भी तैनाती की जाएगी। पुलिस द्वारा सावेदनशील चौक चौराहे पर विशेष नजर रखी जाएगी।
सरेआम हुई थी हत्या
21 मार्च 2017 के संध्या 7 बजे नीरज सिंह अपने फार्च्यूनर कार जेएच10एआर-4500 से सरायढ़ेला स्थित अपने आवास रघुकुल लौट रहे थे। वह ड्राईवर के साथ आगे सीट पर बैठे थे। पीछे के सीट पर उनका सहायक सरायढ़ेला न्यू काॅलोनी निवासी अशोक यादव और दो निजी अंगरक्षक मुन्ना तिवारी बैठे थे।स्टील गेट के पास बने स्पीड ब्रेकर पर नीरज की गाड़ी की रफतार कम होते ही दो बाईक पर सवार कम से कम 4 हमलावरों ने उनकी कार को चारों तरफ से घेर लिया। इसके बाद कार पर गोलियों की बरसात कर दी गई।चारों तरफ से 9 एमएम की पिस्टल और कारबाईन से 50 से अधिक राउंड फायरिंग की गई। घटना के बाद आसपास के इलाकों में भगदड मच गयी थी। गाड़ी में सवार अशोक यादव, मुन्ना तिवारी और ड्राईवर घोल्टू महतो और नीरज सिंह की मौके पर ही मौत हो गई थी।
इन्हें बनाया गया था आरोपी
अनुसंधान के बाद मामले में पूर्व भाजपा विधायक संजीव सिंह, अमन सिंह, डब्लू मिश्रा, रणधीर धनंजय सिंह, पिंटू ऊर्फ जैनेन्द्र सिंह , शूटर सोनू ऊर्फ कुर्बान , शिबू ऊर्फ सागर , सतीश उर्फ रोहित उर्फ चंदन पंकज सिंह एवं रेकी करने वाले विनोद सिंह पर चार्जशीट दाखिल की गई थी