
पलामू : झामुमो के केंद्रीय समिति सदस्य हाजी ललन ने पूर्व मंत्री के. एन. त्रिपाठी पर बेबुनियाद आरोप लगाने और गैर-जिम्मेदाराना बयान देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि त्रिपाठी जी अब मानसिक रूप से असंतुलित होते जा रहे हैं और पुलिस अधीक्षक को बदनाम करने के उद्देश्य से बेतुके बयान दे रहे हैं।
हाजी ललन ने कहा कि वर्दी पहने जो पुलिसकर्मी त्रिपाठी जी के अंगरक्षक थे, उन पर भी उन्होंने हाथ उठा दिया था। इससे स्पष्ट होता है कि उनका स्वभाव उग्र और असंयमित है। उन्होंने याद दिलाया कि पूर्व में भी त्रिपाठी जी पिस्तौल निकालने की घटनाओं में संलिप्त रहे हैं। उन्होंने कहा कि अपनी निजी लड़ाई लड़ने के लिए एक महिला पुलिस अधीक्षक पर आरोप लगाना त्रिपाठी जी को शोभा नहीं देता। पूरा पलामू उनके स्वभाव से परिचित है।
आज जब पूरे झारखंड में कानून का राज स्थापित हुआ है, ऐसे समय में इस तरह का बयान देना अनुचित है। त्रिपाठी जी खुद सरकार के अंग हैं, इनसे उनकी भी छवि खराब हो रही है। हाजी ललन ने यह भी कहा कि चुनाव में लगातार हार और अंगरक्षक नहीं मिलने से त्रिपाठी जी हताश हैं और बौखलाए हुए हैं, इसी कारण अब वो जनांदोलन की धमकी दे रहे हैं।
उन्होंने तंज करते हुए कहा कि यदि जनता वास्तव में उनके साथ होती तो वो आधा दर्जन चुनाव नहीं हारते। अंत में हाजी ललन ने सलाह दी कि त्रिपाठी जी को अब शांति से बैठकर आत्मचिंतन करना चाहिए और अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस तरह की बातें अपराधियों को संरक्षण देने का काम करती हैं और लोकतंत्र में हर व्यक्ति को संविधान व कानून पर भरोसा रखना चाहिए।

