प्रमोद कुमार
गढ़वा :रंका सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सहियाओं की समस्याओं को लेकर शनिवार को अनुमंडल पदाधिकारी और जिला परिषद उपाध्यक्ष सत्यनारायण यादव के नेतृत्व में जांच की गई। यह जांच गढ़वा उपायुक्त के निर्देश पर सुबह 11:30 बजे से दोपहर 3 बजे तक चली। बताया गया कि रंका के तीन क्लस्टर की सहियाओं ने कई बार गढ़वा उपायुक्त को आवेदन देकर शिकायत की थी कि सहिया साथी उनकी प्रोत्साहन राशि से 50% तक वसूली करते हैं। पाँच बार शिकायत दर्ज होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। सहियाओं ने आरोप लगाया कि अगर वे पैसा नहीं देतीं तो उन्हें सहिया पद से हटाने की धमकी दी जाती है। जांच के दौरान सहियाओं ने साफ कहा कि उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा, बल्कि पदाधिकारी उन्हें केवल उलझा रहे हैं। उन्होंने मांग की कि वर्तमान सहिया साथी और बीटीटी को हटाकर नए लोगों की नियुक्ति की जाए। साथ ही स्पष्ट कर दिया कि जब तक बदलाव नहीं होता, तब तक वे सहिया साथी और बीटीटी को कोई रिपोर्ट नहीं सौंपेंगी। सभी रिपोर्ट वे सीधे प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और अकाउंटेंट को देंगी। जांच के उपरांत जिला परिषद उपाध्यक्ष सत्यनारायण यादव ने कहा—“जिन सहिया साथियों पुनम देवी, ऊषा देवी और नीलम देवी पर प्रोत्साहन राशि में 50% घूस लेने का आरोप लगाया गया था, वह सत्य पाया गया है। सहियाओं से जबरन राशि ली गई है। इसके अलावा विश्रामपुर क्लस्टर की सहिया साथी पुनम देवी ने अपनी बेटी जुही कुमारी को फर्जी तरीके से सहिया चयन करा दिया है। जबकि जुही कुमारी की शादी वर्षों पहले दूसरे जिले में हो चुकी है, इसके बावजूद उसके नाम से भुगतान हो रहा है। इसमें रंका सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पदाधिकारी और कर्मचारी भी संलिप्त हैं। ”उन्होंने कहा कि पूरी रिपोर्ट तैयार कर गढ़वा उपायुक्त को सौंपी जाएगी ताकि दोषियों पर कार्रवाई हो सके।