रांची :पलामू जिले के मनातू थाना क्षेत्र के केदल जंगल में हुई मुठभेड़ मामले में कई बातें निकल कर सामने आ रहे हैं. सूत्र के अनुसार 5 लाख इनामी टीएसपीसी नक्सली मुखदेव यादव ने पुलिस पर पहली गोली चलाई थी, उसके बाद 15 लाख इनामी टीएसपीसी नक्सली शशिकांत गंझू ने बर्स्ट फायरिंग शुरू कर दी जिससे दो जवान मौके पर ही शहीद हो गए वही एक जवान गंभीर रूप से घायल है. पूरे घटना के बाद पलामू पुलिस द्वारा मनातू थाना क्षेत्र में सर्च अभियान चलाया जा रहा है और बड़ी संख्या में पुलिस बल की भी तैनाती की गई है. इधर पूरे मामले में मनातू थाना प्रभारी निर्मल उरांव के द्वारा जोनल कमांडर शशिकांत गंझू ,मुखदेव यादव, उमेश सिंह खरवार, कुलदीप और रोहिणी गंझू एवं अन्य लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है.मनातू थाना प्रभारी निर्मल उरांव ने बताया कि मुठभेड़ के मामले में टीएसपीसी नक्सली शशिकांत गंझू, मुखदेव यादव, उमेश सिंह खरवार, कुलदीप, रोहिणी गंझू और एक अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. एफआईआर में लिखा गया है कि पलामू पुलिस को सूचना मिली थी कि मनातू थाना क्षेत्र के केदल में टीएसपीसी कमांडर शशिकांत ठेकेदार एवं अन्य कारोबारियों से लेवी वसूलने के लिए अपनी टीम के साथ केदल आने वाला है.सूचना के बाद शशिकांत गंझू को लेकर पलामू पुलिस ने ऑपरेशन का प्लान तैयार किया था. ऑपरेशन के लिए तीन अलग-अलग टीमें गठित की गई थी. एक टीम का नेतृत्व एएसपी अभियान राकेश सिंह, दूसरी टीम का नेतृत्व हुसैनाबाद एसडीपीओ मोहम्मद याकूब, तीसरी टीम का नेतृत्व मनातू थाना प्रभारी निर्मल उरांव कर रहे थे. ऑपरेशन के दौरान टीम रात 12:23 बजे केदल पहुंची थी.शशिकांत गंझू के घर से 300 मीटर दूरी पर बाएं तरफ पहली टीम एसपी अभियान राकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में मुस्तैद थी. जबकि मोहम्मद याकूब की टीम दाएं और से घर की तरफ बढ़ रहे थे. जबकि थाना प्रभारी निर्मल उरांव सीधे अपनी टीम के साथ घर की तरफ बढ़ते हुए करीब 100 मीटर दूर पर पहुंचे थे. इसी क्रम में शशिकांत के घर से ब्रस्ट फायरिंग शुरू हो गई. इस फायरिंग की घटना में तीन जवानों को गोली लगी थी. जिसमें से दो शहीद हो गए .