पटना :केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह बेगूसराय दौरे पर हैं. यहां उन्होंने एक बार फिर से विवादित बयान देते हुए कहा कि अगर तुम मस्जिदों से फतवा जारी करोगे तो हम भी मंदिरों से हुंकार भरेंगे. मुसलमानों पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि मुसलमान ‘नमक हराम’होते हैं. गिरिराज सिंह के इस बयान ने राजनीति में नई चर्चा छेड़ दी है. उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की एनडीए सरकार द्वारा मुसलमानों को हर योजना का लाभ दिया गया है, लेकिन वोट देने के समय इससे किनारा कर लेते हैं.उन्होंने कहा कि कई बार मुसलमानों से पूछा गया कि क्या वे सरकारी योजनाओं से लाभान्वित हुए हैं, तो उन्होंने स्वीकार किया, लेकिन वोट देने के सवाल पर वे पीछे हट जाते हैं. गिरिराज सिंह ने दावा किया कि मस्जिदों से फतवे जारी होने के कारण मुसलमान वोट नहीं देते. उन्होंने आगे कहा कि पहले लालू यादव के शासनकाल में ‘लालटेन जुग’ था, जबकि वर्तमान में एनडीए सरकार के समय ‘लालटेन पूरी तरह से फूट चुका है. गिरिराज सिंह ने इसे विकास की दिशा में बदलाव करार दिया और सरकार की योजनाओं को गरीबों और पिछड़ों तक पहुंचाने का दावा किया. गिरिराज सिंह के इस बयान के बाद राजनीतिक प्रतिक्रिया तेज हो गई है। विपक्ष ने इसे समाज में नफरत फैलाने वाला बताया है, जबकि समर्थकों का कहना है कि यह वोट बैंक की राजनीति पर करारा जवाब है. फिलहाल प्रशासन ने शांति बनाए रखने की अपील की है. गिरिराज सिंह के इस बयान के बाद राजनीतिक प्रतिक्रिया तेज हो गई है। विपक्ष ने इसे समाज में नफरत फैलाने वाला बताया है, जबकि समर्थकों का कहना है कि यह वोट बैंक की राजनीति पर करारा जवाब है. फिलहाल प्रशासन ने शांति बनाए रखने की अपील की है. यह घटना आगामी चुनावों के संदर्भ में भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. गिरिराज सिंह का बयान समाज में राजनीतिक ध्रुवीकरण बढ़ा सकता है, जिस पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं.