हजारीबाग: एनएच 33 बायपास और डेमोटाड़ में संचालित छह होटलों में दह व्यापार के आरोप में पुलिसिया छापेमारी और जांच की कार्रवाई पूरी हो गई है। पुलिस ने 30 प्रेमी जोड़ा सहित कुल 79 लोगों को हिरासत में लिया था। इनमें सभी प्रेमी जोड़ों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है।वहीं अनैतिक कार्य के लिए होटल उपलब्ध कराने वाले सभी मालिकों पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए मैनेजर, संचालक और होटल मालिक को पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करते हुए जेल भेज दिया है। एसपी अजंनी अंजन ने प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी। एसपी ने बताया कि पुलिस ने मंगलवार को शहर की साख और सामाजिक माहौल को बिगाड़ने वाले अनैतिक कारोबार पर कार्रवाई करते हुए रांची–पटना एनएच-33 पर स्थित छह होटलों में एक साथ छापेमारी की थी।बताया कि गुप्त सूचना मिल रही थी कि एनएच-33 पर कुछ होटल प्रेमी जोड़ों को सिर्फ यौन गतिविधियों के लिए कमरा उपलब्ध कराते हैं। इसकी एवज में वे प्रति घंटा 1000 से 2000 रुपये तक वसूलते थे। चौंकाने वाली बात यह रही कि ग्राहकों से किसी भी तरह का पहचान पत्र नहीं लिया जाता था, न ही होटल रजिस्टर में उनका विवरण दर्ज होता था।होटल संचालक ही कंडोम और गर्भनिरोधक दवाइयाँ उपलब्ध कराते थे। सूचना की पुष्टि के लिए पहले होटल की रैकी की गई और फिर सख्त रणनीति बनाकर कार्रवाई का समय तय किया गया। अवैध गतिविधि के आलोक में एसडीएम ने होटल सील कर दिया है।एसपी अंजनी अंजन ने प्रेसवार्ता के दौरान चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह के अवैध कारोबार से शहर के शैक्षणिक माहौल पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। हजारीबाग लंबे समय से शिक्षा का हब माना जाता है।चतरा, कोडरमा, गिरिडीह और आसपास के जिलों से हजारों छात्र-छात्राएँ यहां पढ़ने आते हैं। माता-पिता अपने बच्चों को बड़े अरमान से यहां पढ़ाई के लिए भेजते हैं। ऐसे में शहर के होटलों में अनैतिक गतिविधियां बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।एसपी ने स्पष्ट कहा कि अभिभावक अपने बच्चों को विश्वास के साथ हजारीबाग भेजते हैं। ऐसे में इस शहर की मर्यादा और मान-सम्मान की रक्षा करना पुलिस की प्राथमिक जिम्मेदारी है। जो भी होटल संचालक इस तरह के धंधे में शामिल होंगे, उन्हें किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।एसपी ने स्पष्ट किया है कि यह कार्रवाई सिर्फ शुरुआत है। भविष्य में भी यदि जिले में कहीं ऐसी गतिविधि पाई गई तो उससे कहीं अधिक कड़ी कार्रवाई की जाएगी। होटल मालिकों को साफ संदेश दिया गया है कि वे तुरंत इस तरह का धंधा बंद करें, अन्यथा कानून अपना रास्ता अपनाएगा।