रांची: झारखंड में संभावित राजनीतिक समीकरणों को लेकर चल रही चर्चाओं पर झारखंड कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने स्पष्ट बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का भाजपा से हाथ मिलाने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता।
मंडी (हिमाचल प्रदेश) में गांधी भवन स्थित मीडिया सेंटर में पत्रकारों से बात करते हुए ठाकुर ने कहा कि हेमंत सोरेन को विधानसभा चुनाव से ठीक पहले “केंद्र सरकार और भाजपा के इशारे पर छह महीने तक जेल में रखा गया,” और इस अन्याय को वे आज भी नहीं भूले हैं।
“जिस पार्टी ने झारखंड के लोकप्रिय मुख्यमंत्री को बिना किसी ठोस आधार के जेल भेजा, उसके साथ जाने की अफवाहें पूरी तरह आधारहीन हैं,” उन्होंने कहा।राजेश ठाकुर ने भाजपा पर प्रहार करते हुए कहा कि पार्टी के पास राज्य में न तो कोई मजबूत नेतृत्व है और न ही विकास का स्पष्ट विज़न।उन्होंने कहा—“भ्रम फैलाकर राजनीतिक लाभ लेना भाजपा की आदत है, पर जनता अब इन हथकंडों को समझ चुकी है।”
ठाकुर ने यह भी दावा किया कि झारखंड में जनता ने आईएनडीआईए गठबंधन को ही जनादेश दिया था और भाजपा-एनडीए को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया था।“झामुमो, कांग्रेस और गठबंधन सहयोगियों ने मिलकर राज्य को नई दिशा दी है,” उन्होंने कहा।
भाजपा संगठन पर टिप्पणी करते हुए ठाकुर ने कहा कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को झारखंड में अध्यक्ष पद के लिए योग्य चेहरा तक नहीं मिल रहा है, जिसके कारण पिछले एक वर्ष से एक ही नेता संगठन और नेता प्रतिपक्ष दोनों की जिम्मेदारी संभाल रहा है।
