
रामगढ़ : राज्य के जाने-माने उद्योगपति रामचंद्र रुंगटा का निधन हो गया है। वे लंबे समय से गले के कैंसर से पीड़ित थे और इलाज के दौरान रविवार, 19 अक्टूबर 2025 को मुंबई में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर से रामगढ़, रांची समेत पूरे झारखंड के उद्योग जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
जानकारी के अनुसार, रामचंद्र रुंगटा ने अपने व्यावसायिक जीवन की शुरुआत कोयले के कारोबार से की थी। इसके बाद उन्होंने रामगढ़ जिले में कई फैक्ट्रियों की स्थापना की, जिनमें झारखंड इस्पात (अरगड्डा, रामगढ़), आलोक स्टील (करमा, रामगढ़) और मां छिन्नमस्तिका इस्पात (हेहल-बरकाकाना, रामगढ़) प्रमुख हैं। उन्होंने आरसी रुंगटा ग्रुप की भी स्थापना की थी, जिसने झारखंड के उद्योग जगत में एक मजबूत पहचान बनाई।
व्यावसायिक सफलता के साथ-साथ रामचंद्र रुंगटा को झारखंड के चुनिंदा अग्रणी उद्योगपतियों में शुमार किया जाता है। उन्होंने स्थानीय स्तर पर उद्योग विकास और रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
उनके निधन से झारखंड के उद्योग जगत को अपूरणीय क्षति हुई है। उद्योग जगत से जुड़े लोगों ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि रामचंद्र रुंगटा जैसे दूरदर्शी और समाजसेवी उद्योगपति की कमी लंबे समय तक महसूस की जाएगी।
रामगढ़ के प्रसिद्ध उद्योगपति रामचंद्र रुंगटा का निधन, झारखंड के उद्योग जगत में शोक की लहररामगढ़ : राज्य के जाने-माने उद्योगपति रामचंद्र रुंगटा का निधन हो गया है। वे लंबे समय से गले के कैंसर से पीड़ित थे और इलाज के दौरान रविवार, 19 अक्टूबर 2025 को मुंबई में उन्होंने अंतिम सांस ली।
उनके निधन की खबर से रामगढ़, रांची समेत पूरे झारखंड के उद्योग जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।जानकारी के अनुसार, रामचंद्र रुंगटा ने अपने व्यावसायिक जीवन की शुरुआत कोयले के कारोबार से की थी। इसके बाद उन्होंने रामगढ़ जिले में कई फैक्ट्रियों की स्थापना की, जिनमें झारखंड इस्पात (अरगड्डा, रामगढ़), आलोक स्टील (करमा, रामगढ़) और मां छिन्नमस्तिका इस्पात (हेहल-बरकाकाना, रामगढ़) प्रमुख हैं। उन्होंने आरसी रुंगटा ग्रुप की भी स्थापना की थी, जिसने झारखंड के उद्योग जगत में एक मजबूत पहचान बनाई।
व्यावसायिक सफलता के साथ-साथ रामचंद्र रुंगटा को झारखंड के चुनिंदा अग्रणी उद्योगपतियों में शुमार किया जाता है। उन्होंने स्थानीय स्तर पर उद्योग विकास और रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनके निधन से झारखंड के उद्योग जगत को अपूरणीय क्षति हुई है। उद्योग जगत से जुड़े लोगों ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि रामचंद्र रुंगटा जैसे दूरदर्शी और समाजसेवी उद्योगपति की कमी लंबे समय तक महसूस की जाएगी।


